Himachali Khabar
मौसम में एक बार फिर से बदलाव देखने को मिल रहा है। पिछले दिनों हुई बरसात से तापमान में कमी आई है। इससे गर्मी से थोड़ी राहत मिली है। इसी बीच मौसम अगले 24 घंटे के दौरान, मध्यम से भारी वर्षा कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, आंतरिक और तटीय कर्नाटक, केरल, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और दक्षिण छत्तीसगढ़ में संभव है।
हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा अंडमान-निकोबार द्वीप समूह, उत्तर आंध्र तट, दक्षिण ओडिशा और दक्षिण-पश्चिम मध्यप्रदेश में हो सकती है।
हल्की से मध्यम वर्षा व गरज-चमक के साथ बौछारें पूर्वोत्तर भारत, सिक्किम, ओडिशा, उत्तर छत्तीसगढ़, बिहार, उत्तर प्रदेश, दक्षिण-पूर्व राजस्थान, पूर्वी गुजरात और लक्षद्वीप में संभव हैं। हल्की बारिश और गरज के साथ बौछारें पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों में हो सकती हैं। हीटवेव की स्थिति पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में बनी रह सकती है।
दक्षिण-पश्चिम मानसून की प्रगति: दक्षिण-पश्चिम मानसून ने 26 मई को और आगे बढ़ते हुए मध्य अरब सागर के कुछ और हिस्सों, महाराष्ट्र (मुंबई सहित), कर्नाटक (बेंगलुरु सहित), शेष तमिलनाडु, तेलंगाना के कुछ हिस्सों और आंध्र प्रदेश में दस्तक दे दी है। इसके अलावा, मानसून ने बंगाल की खाड़ी के मध्य और उत्तर-पश्चिम हिस्सों, मिजोरम के शेष भागों, त्रिपुरा, मणिपुर, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश, असम के कुछ हिस्सों और मेघालय के कुछ क्षेत्रों को भी कवर कर लिया है।
दक्षिण-पश्चिम मानसून के लिए स्थितियाँ अनुकूल बनी हुई हैं। आगामी 2 से 3 दिनों में यह मानसून मध्य अरब सागर के शेष भागों, महाराष्ट्र के कुछ और हिस्सों, कर्नाटक के शेष भागों, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, उत्तर बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों, समूचे पूर्वोत्तर भारत, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कुछ हिस्सों तक पहुंच सकता है।
वर्तमान मौसमी प्रणाली:
कम दबाव का क्षेत्र मराठवाड़ा और आसपास के क्षेत्रों में बना हुआ है। इससे जुड़ी चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र मध्य क्षोभमंडल तक फैला है।
एक चक्रवाती परिसंचरण पूर्व-मध्य अरब सागर में समुद्र तल से 3.1 से 5.8 किमी की ऊंचाई तक फैला है।
एक ट्रफ रेखा पूर्व-मध्य अरब सागर के परिसंचरण से लेकर दक्षिण कोंकण, मराठवाड़ा और तेलंगाना होते हुए आंध्र प्रदेश तट तक फैली है।
हरियाणा, दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान, और उत्तर-पूर्व असम में भी अलग-अलग चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय हैं।
एक और कम दबाव का क्षेत्र पश्चिम-मध्य और इससे लगे उत्तर बंगाल की खाड़ी पर बन चुका है।
पिछले 24 घंटों के दौरान देश भर में हुई मौसमी हलचल
पिछले 24 घंटे के दौरान, भारी वर्षा मुंबई, तटीय कर्नाटक और उत्तरी केरल के तटों पर हुई, जहां 100 मिमी से अधिक वर्षा रिकॉर्ड की गई।
हल्की से मध्यम बारिश अंडमान-निकोबार द्वीप समूह, केरल, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों, पूर्वी गुजरात और पूर्वोत्तर भारत में दर्ज की गई।
हल्की वर्षा दक्षिण-पश्चिम मध्यप्रदेश, बिहार, झारखंड, दिल्ली, आंध्र प्रदेश तट और तेलंगाना में हुई।
गर्मी की लहर (हीटवेव) पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में देखी गई।
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