कोलकाता, 20 मई .राशन घोटाले की जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय अब इस मामले में नया और अहम कदम उठाने जा रही है. पूर्व मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक उर्फ ‘बालू’ द्वारा कथित रूप से लिखे गए एक पत्र की फॉरेंसिक जांच की प्रक्रिया शुरू हो गई है. यह पत्र दिसंबर 2023 में एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान उनकी बेटी प्रियदर्शिनी मल्लिक को लिखा गया था.
जांच एजेंसी के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि अस्पताल में तैनात केंद्रीय सुरक्षा बल के जवानों को पत्र की जानकारी मिली थी. जवानों ने वह पत्र जब्त कर प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों को सौंप दिया. चिट्ठी में राशन घोटाले से जुड़ी काली कमाई, लेन-देन के निर्देश और कुछ प्रभावशाली लोगों के नाम का उल्लेख था. इसमें वनगांव के पूर्व नगर प्रमुख शंकर आढ़्य उर्फ ‘डाकू’ का नाम भी बताया गया है.
प्रवर्तन निदेशालय का दावा है कि पत्र में कई महत्वपूर्ण जानकारियां थीं, जिनसे यह संकेत मिला कि किस तरह घोटाले की राशि कहां और कैसे पहुंचाई जाए. इसी कारण एजेंसी अब हस्तलिपि का नमूना जुटाकर उसकी जांच कर रही है, ताकि यह प्रमाणित किया जा सके कि पत्र वास्तव में ज्योतिप्रिय मल्लिक ने ही लिखा था. यह प्रक्रिया अब फॉरेंसिक जांच के ज़रिए आगे बढ़ेगी.
उल्लेखनीय है कि मल्लिक फिलहाल इस मामले में जेल में बंद हैं.
/ ओम पराशर
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